देवेन्द्र उपाध्याय (Devendra Upadhyaya)
(माताः श्रीमती गोबिन्दी देवी, पिताः श्री रघुवर दत्त उपाध्याय)
जन्मतिथि : 3 फरवरी 1939
जन्म स्थान : खुमाड़ सल्ट (अल्मोड़ा)
पैतृक गाँव : खुमाड़ सल्ट जिला : अल्मोड़ा
वैवाहिक स्थिति : विवाहित बच्चे : 2 पुत्र, 1 पुत्री
शिक्षा : प्राइमरी पाठशाला खुमाड़ सल्ट से लेकर किरोड़ीमल कालेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में अध्ययन। जीवन का महत्वपूर्ण मोड़ः
प्रमुख उपलब्धियां : 1962 से नियमित लेखन।अनेक पत्र-पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित।1971 से पत्रकारिता से जुड़े।1973-1985 तक ‘दैनिक जनयुग’ तथा 1985-1989 तक ‘दैनिक देशबंधु’ (म.प्र.) के दिल्ली ब्यूरो में।
अब तक प्रकाशित पुस्तकें: "अजनबी शहर में", "संदर्भ", "जंगल और हम" (कविता संग्रह) ,"शहर में आखिरी दिन", "एक और वापसी", "उसके हिस्से में","इक्कीस कहानियां" (कहानी संग्रह), कई एक चेहरे, आखर, छपते-छपते (उपन्यास), कोहरे की घाटी में, एक खूबसूरत सपना (यात्रा-वृतान्त), समाचार पत्रों की दुनिया में (पत्रकारिता)।
संपादनः कूर्मांचल (त्रैमासिक), लोकभूमि (साप्ताहिक), अनास्था, परिभाषा (अनियतकालिक), जवाहरलाल नेहरूः बहुआयामी व्यक्तित्व, पंचायती राज व्यवस्था, उत्तरायणी (उत्तराखण्ड के कथाकारों की कहानियां), आजादी के 50 सालः क्या खोया क्या पाया।
हिन्दी अकादमी, दिल्ली प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय, भारत सरकार तथा प्रौढ़ शिक्षा निदेशालय उ.प्र. द्वारा पुरस्कृत। विश्व खाद्य दिवस पर एफ.ए.ओ. पुरस्कार।
युवाओं के नाम संदेशः उत्तराखण्ड को एक ऐसा राज्य बनायें जो अन्य राज्यों से अलग अपनी विशिष्ट पहचान दे सके।
विशेषज्ञता : साहित्य, पत्रकारिता, संपादन।
नोट : यह जानकारी श्री चंदन डांगी जी द्वारा लिखित पुस्तक उत्तराखंड की प्रतिभायें (प्रथम संस्करण-2003) से ली गयी है।
[…] शहीदों और आन्दोलनकारियों को समर्पित श्री देवेन्द्र उपाध्याय जी का यह लेख दो भागों में प्रस्तुत […]